Understanding Search Intent: The Key to Effective Online Marketing
Search Intent क्या है? – यह एक ऐसा टॉपिक है जिसके बारे में बहुत ही कम लोगो को मालूम है। अगर आप एक ब्लॉगर या content राइटर है तो आपको सर्च intent के बारे में जानकारी होना चाहिए। क्योंकि google के कर्रेंट algorithm के अनुसार अब सिर्फ कीवर्ड के आधार पर ही रैंकिंग decide नहीं होती है।
आगे आने वाले समय में search intent technique से ही user फ्रेंडली content को google अपने सर्च रिजल्ट में दिखाने वाला है।
Search Intent का meaning आपको मालूम न हो तो मैं आपको बता देता हू कि Intent का मतलब इरादा होता है और Search का मतलब तो आपको मालूम ही होगा, यानी खोजकर्ता के इरादा के अनुसार सर्च रिजल्ट को उनके सामने रखना।
इसलिए, अगर आप भी एक ब्लॉगर या content राइटर है तो अपने writing स्टाइल में इस technique को इस्तेमाल करें।
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Search Intent क्या है ? – What is Search Intent in Hindi
Search Intent एक process है जिसमे user या audience intent (इरादे) के अनुसार similar keyword को मिलाकर अलग अलग web page से सर्च रिजल्ट को searcher के सामने प्रस्तुत करना search intent कहलाता है। क्योकि इसमें ऑडियंस के intent के आधार पर रिजल्ट को सामने रखा जाता है इसलिए इसको user intent या ऑडियंस intent भी कहा जाता है। इसको user फ्रेंडली रिजल्ट भी कह सकते है।
सर्च Intent को आसान भाषा में समझे तो इसका मतलब यह होता है की सर्च इंजन, user के सर्च experience को best बनाने के लिए searcher के intent के आधार पर ही रिजल्ट दिखाता है। जैसे user कोई प्रश्न वाचक कीवर्ड खोज सकता है, उधाहरण “how to start a blog in हिंदी” या what is blog in hindi.
जैसे मेरे इस ब्लॉग का बहुत से पोस्ट ऐसे है जो नंबर one पर rank कर रहा है। Example:- how to start blogging in Hindi, सेल्स funnel क्या है इत्यादि। क्यों की मैंने search intent को ध्यान में रख कर अपने ब्लॉग के content को लिखा है।
बहुत ऐसे beginners blogger या content writer होते है जिनका ब्लॉग पोस्ट सर्च इंजन में rank करता ही नहीं और अगर करता भी है तो first page नहीं आता क्योकि उनका content user फ्रेंडली नहीं होता है।
तो सबसे पहले आपको ये जानना होगा की SEO फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे?
अगर आपका content, SEO फ्रेंडली नहीं होगा तो वह Search Intent के terms को follow नहीं करेगा और आपके content को सर्च इंजन में rank करने में बहुत ही मुस्किल होगा।
अगर अभी भी आपको ये समझने में दिकत हो रही है की Search Intent Kya Hai तो मैं आपको सर्च इंजन में सर्च किये हुए screenshot के माध्यम से समझाने की कोशिस करता हूँ।
search intent meaning in hindi
ऊपर के image में जैसे आप देख पा रहें है की जैसे ही मैंन search bar में लिखा की “what is blog” तो खुद सर्च इंजन एक लिस्ट के रूप में ये बता रहा है की आपकी query इन लिस्ट में कुछ भी हो सकता है इसे आप यूजर फ्रेंडली कीवर्ड भी कह सकते हैं।
अगर आप एक content writer है और आपकी इक्छा है की आपका ब्लॉग पोस्ट या आर्टिकल सर्च इंजन में अच्छे position पर rank करे तो आपको इन्ही query के आधार पर content लिखना होगा।
SEO के लिए search intent क्यों जरुरी हैं ?- why it is Important for SEO
जिस तरह कहा जाता है कि आपके साइट का optimization खोजकरता के लिए होना चाहिए, न् कि सर्च इंजन के लिए।
जैसे कि मैंने इस पोस्ट मे ऊपर बताया है कि search Intent का मतलब क्या है? अगर आप अपना content यूजर के हिसाब से उनके query को solve करते हुए और वैल्यू ऐड करेंगे तो सर्च इंजन आपके content अपने आप बेस्ट रैंकिंग position पर रैंक कराने लगेगा।
सर्च intent SEO के लिए इसलिए जरुरी है जैसे अभी तक हमलोग अपने article का optimization सर्च इंजन के हिसाब से करते थे लेकिन अब search engine optimization के साथ साथ सर्च Intent optimization भी करना होगा। इसके बाद ये पक्का उम्मीद रख सकते है कि आपका article या ब्लॉग पोस्ट अच्छे position पर रैंक कर जाएगा।
अब सर्च इंजन का crawler ये भी देखता है कि आपका content original है कि नहीं और साथ ही साथ सर्च Intent के आधार पर optimize है कि नहीं।
यूजर के query के सभी पॉइंट को mention करते हुए पोस्ट को लम्बा लिखें ताकि उस query से जुड़े हुए लगभग सभी प्रश्नों के उत्तर एक हि article मे मिल जाए।
अगर अभी तक इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ रहे हैं तो इतना जरूर समझ गए होंगे कि search intent का क्या importance है।
चलिए अब अगले स्टेप कि ओर चलते हैं।
Search Intent कितने प्रकार का होता है – Types of search intent in Hindi.
सर्च Intent, मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते है।
Informational Search Intent
Navigational Search Intent
Transactional Search Intent
Commercial Investigation Intent
आइये इसके बारे मे एक एक कर के जानते हैं कि इन चारो प्रकार का क्या मतलब होता है।
Informational Intent:- इस प्रकार के इरादे मे यूजर प्रश्न वाचक् शब्दोंं से जुड़ी हुई query सर्च इंजन मे लिखता है, मतलब वो किसी विषय, वस्तु या स्थान् के बारे मे information लेना चाहता है।
उदाहरण के तौर पर, अगर कोई यूजर ये लिखता है कि आम का आचार् कैसे बनाए तो सर्च इंजन का software सिर्फ आचार् बनाने के तरीके के बारे मे रिजल्ट दिखायेगा।
ना कि आम के प्रकार और उसके हानि, लाभ के बारे मे दिखायेगा, क्योंकि वो समझ चुका होता है कि searcher को क्या चाहिए।
ऐसे खोज को Informational search Intent कहा जाता है।
Navigational Intent:- Navigation का meaning होता है “पथ प्रदर्शन”। इसमें intent का मतलब ये है की user किसी specific word के बारे में कोई खोज कर रहा होता है जिसके बारे में उसे लगभग पहले से पता होता है। यहाँ पर नेविगेशनल intent का ये मतलब नहीं है की user किसी रास्ते और जगह के बारे में खोज कर रहा होता है।
यहाँ Navigational intent का ये अर्थ होता है की user किसी ब्रांडेड चीजो के बारे में सर्च कर रहा होता है जिसके बारे मे उसे पहले से कुछ पता होता है, जैसे : – NexMoney क्या है ? और इससे पैसे कैसे कमाए, तो सर्च इंजन आसानी से उसको सही site पर भेज देता है जहां उसके प्रश्नों का उत्तर सही सही और पूरी जानकारी मिल जाती है।
नेविगेशनल intent डायरेक्ट organic ट्रैफिक के लिए बहुत फायदेमंद होती है जैसे की मेरा ब्लॉग का नाम DP Blogging Tips है तो मेरे ब्लॉग के बारे में जितने लोग जानते है वो किसी keyword के जरिये मेरे site को नहीं ढूंढते होंगे वो डायरेक्ट मेरे ब्लॉग का नाम search bar में सर्च करते है तो सर्च इंजन उन्हें डायरेक्ट मेरे site का लिंक search result मे सामने दिखा कर मेरे site पर् भेज देता है।
आप अपने analytics tool में भी देख सकते है जिसमे ये दिखाता है कि कितना ट्रैफिक organically आ रहा है और कितना डायरेक्ट, जो ट्रैफिक डायरेक्ट आ रहा होता है वो नेविगेशनल intent के तहत ही होता है।
नीचे दिए गए image को देख कर समझ सकते है कि Navigational Intent का क्या मतलब होता है।
मुझे आशा है की आप ये अब समझ गए होंगे कि search intent का दूसरा प्रकार Navigational Intent क्या है।
Transactional Intent: – यह सर्च intent का तीसरा प्रकार है। Transactional शब्द से ही पता चल जाता है कि कोई searcher कुछ खरीदारी करने के लिए ही किसी product के बारे में सर्च करता है जैसे latest iPhone price in India. ऐसे सर्च से searcher का इरादा का पता चलता है कि product की खरीदारी करके पैसे का transaction करने वाला है।
बहुत ऐसे online shopping site है जो यूजर के सर्च इरादे के अनुसार ही product listing करके web page को optimize करता है ताकि यूजर जो खोज रहा है उसे वही product मिले।
नीचे दिए गए image को देख् कर समझ सकते है कि transactional intent से रिलेटेड किस प्रकार के query सर्च किया जाता है।
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Commercial Investigation Intent:- यह search Intent का चौथा भाग है। इसमें Investigation शब्द से हि आप समझ सकते है कि searcher किसी चीज़ के बारे मे खोज बीन कर के उसके बारे मे पहले सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहता है और पूर्ण रूप से संतुस्ट होने पर ही खरीदारी करता है।
इस intent मे किस तरह का searches होता है इसको एक बार समझ लेते है। उदाहरण के तौर पर:
Best WordPress Theme Review for Blogging.
10 Best 5G Phone Review in हिंदी
Best Web Hosting Review in हिंदी
Search Intent के इस भाग को Informational और Transactional Intent का सम्मिलित (Mixture) भाग भी कहा जाता है।
Search Intent के अनुसार ब्लॉग content को कैसे optimize करें ?
अकसर देखा गया है की बहुत ऐसे ब्लॉगर है जो content तो पब्लिश करते है लेकिन वे इस बात पर ध्यान नहीं देते है कि उनका content user के query को fulfill कर रहा है या नहीं . उसका एक कारण ये भी हो सकता है की उनको पता ही न हो कि ब्लॉग या वेबसाइट के content को search Intent के अनुसार optimize कैसे करे।
अगर आप भी ये जानना चाहते है की content को सर्च intent के लिए कैसे optimize करे (how to optimize content for search intent in hindi)
सर्च intent के अनुसार content को optimize करने से सर्च इंजन में अच्छी रैंकिंग भी मिलती है क्योकि आपका content अगर searcher के सवालो के जबाबो को पूरा करती है।
कोई बात नहीं, मै आपको इस पोस्ट में ऑप्टिमाइजेशन से रिलेटेड सभी बिंदु पर प्रकाश डालते हुए आपको बताता हूँ।
How to optimize content for search intent in Hindi – जानिये 5 आसान steps
Content को mapping करके value add करें ।
User के Conversation Points से metadata को match करें ।
Old content को user intent के अनुसार optimize करें ।
User Query के अनुसार content को organize करें ।
Targeted keyword से competitor analysis करें ।
अगर आपने सही से अपने ब्लॉग या website के content को सर्च intent के हिसाब से optimize कर लिए तो सर्च इंजन मे कम से कम top 5 position तो जरूर ही मिल जाएगी।
अब मै ऊपर दिए गए पाचो steps को एक एक करके व्याख्या कर के समझाता हूँ कि इन सभी स्टेप्स के आधार पर आप अपने content कैसे optimize करेंगे।
1. Content को mapping करके value add करें।
मैंने बहुत से blogger के ब्लॉग मे देखा है कि वो content तो publish करते है लेकिन उसको मैपिंग कैसे किया जाता है उन्हें पता नहीं होता।
अगर आपका ब्लॉग SERPs रिपोर्ट सही है, विजिटर भी आते है लेकिन वो आपके ब्लॉग पोस्ट को या तो बहुत कम देर तक पढ़ते है या बिना पढ़े ही skip कर जाते है तो इसका एक ही कारण हो सकता है कि आपने अपने blog post को सही से मैपिंग ही नहीं किया है।
अगर आपके ब्लॉग पोस्ट पर कोई विजिटर 3 मिनट से कम रुकता है तो समझिये कि आपको अपने पोस्ट को सही से user intent के अनुसार arrange करने कि जरुरत है।
content mapping की idea लगाने के लिए आप मेरे इस लेख के arrangement को देख कर समझ सकते हैं।
अगर आपको ये नहीं पता कि content mapping क्या है और मैपिंग कैसे करें तो नीचे दिए गए पोस्ट को जरूर पढ़े। content मैपिंग से जुड़ी हुई सभी जानकारी आपको प्राप्त होगी।
ये जरूर पढ़े।
2. User के Conversation Points से metadata को match करें।
इस स्टेप मे conversation से आप समझ सकते है की बातचित की भाषा, अगर आपका ब्लॉग इंग्लिश भाषा में है तो उस से रिलेटेड कीवर्ड जो searcher intent से मिलता जुलता कीवर्ड अपने पोस्ट के meta data में इस्तेमाल कर सकते है और अगर आपका ब्लॉग हिंदी भाषा में है तो हिंदी कीवर्ड को अपने ब्लॉग के meta data में डाल कर searcher के कन्वर्सेशन पॉइंट से match करें।
उदाहरण: – सर्च इंटेंट क्या है, सर्च इंटेंट का अर्थ क्या होता है, सर्च इंटेंट को कैसे समझे, इत्यादि आपके ब्लॉग के टाइटल में होना बहुत जरुरी है।
अगर आप कभी दूसरे ब्लॉगर के ब्लॉग को पढ़े होंगे तो आप देखें होंगे की उनके लिखने का स्टाइल ऐसा होता है जैसे वो आपसे बात कर रहें है।
Conversation Point का मतलब ही होता है की ब्लॉग का content इस तरीके से लिखा जाना चाहिए जैसे आपके reader को ऐसा लगे की आप अपने लेख के जरिये उनसे बात कर रहें है।
मुझे आशा है की आप इस step को भलीभांति समझ गए होंगे की Conversation Points को अपने ब्लॉग के meta data से कैसे match करे और अगर अभी भी कोई डाउट है, तो आप कमेंट कर के पूछ सकते है।
3. Old content को user intent के अनुसार optimize करें।
अगर आपके ब्लॉग में कोई old blog post है और वो rank नहीं कर रहा हैं तो इससे साफ़ जाहिर होता है की आपका ब्लॉग पोस्ट पुराने तरीके से लिखा गया है . किसी भी ब्लॉगर का कोई पोस्ट rank तभी सर्च इंजन में rank करता है जब वह user के intent को पूरा करता है।
सर्च इंजन का क्रॉलर user के व्यवहार से समझ जाता है की आपके ब्लॉग का content यूजर के सवालो को सोल्व नहीं कर पा रहा है और आप जानते ही है google सर्च का एक ही उदेश्य है की user intent के अनुसार वो रिजल्ट दिखाए जिससे user संतुस्ट हो।
अगर अभी तक आपको ये मालुम नहीं है की old ब्लॉग content को user intent के हिसाब से कैसे optimize करे तो निचे दिए गए लिंक से आप जानकारी ले सकते है।
ये जरुर पढ़ें:
Old blog post को कैसे optimize करें ?
SEO फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखें ?
4. User Query के अनुसार content को organize करें।
हो सकता है, आपने अपना ब्लॉग content को अच्छे से बिना कोई त्रुटी किए लिखें है और उसको पब्लिश करने का प्लान कर रहें है तो मैं आपको बता दू की अगर आपका ब्लॉग content user intent के अनुसार organize नहीं है तो आपको उस पोस्ट को google में rank कराने में बहुत दिकत होगी।
कब, क्यों और कैसे से जुडी हुई किसी भी प्रकार के प्रशन सर्च इंजन में सर्च कर सकता है तो आपका content सीरीज के हिसाब से होना चाहिए न की जो प्वाइंट लास्ट में आना चाहिए वो शुरू में लिख दे और जो प्वाइंट शुरू में आना चाहिए वो लास्ट में लिखे . इसका सबसे असान तरीका है की अपने content को FAQ के जैसे organize करें . इसको समझने के लिए निचे दिए गए उदाहरण से समझ सकते है।
FAQ : About Search Intent in Hindi?
Q-1. High Intent Keyword क्या है ? what is high intent keyword in hindi?
Ans: High Intent Keyword वैसे कीवर्ड होते है जो किसी product और सर्विस के बारे में जानने या खरीदने के लिए सर्च किया जाता है इसलिए ऐसे कीवर्ड को commercial keyword भी कहा जाता है क्योंकी इससे कुछ transaction होने की भी आशा रहती है . जब कोई product मार्केट में नया लांच होता है तो उसके बारे में बहुत ज्यादा सर्च होता है तो ऐसे कीवर्ड को high intent keyword कहते हैं।
Q-2. Low Intent Keyword क्या है ? what is Low Intent keyword in hindi
Ans: Low Intent keywords वैसे कीवर्ड होते है जिसके बारें में सर्च तो होता है लेकिन बहुत कम, ऐसे कीवर्ड किसी खास इनफार्मेशन को प्राप्त या नेविगेट करने के लिए किया जाता है इसलिए ऐसे कीवर्ड को informational कीवर्ड भी कहा जाता है।
Q-3. Local Intent Keyword क्या है ? what is local Intent keyword in hindi
Ans: Local शब्द से ही आप समझ सकते है की वैसे कीवर्ड जिससे searcher अपने आस पास के सर्विसेज के बारे जानकारी लेने के लिए सर्च करता है . जैसे मान लेते है के आप Delhi के किसी इलाके में रहते है और आपको किसी pizza shop या laundry सर्विस प्रोवाइडर के बारे जानकारी चाहिए तो आप सर्च करेंगे की pizza shop near me और laundry service provider near me. इस तरीके के सर्च को local intent सर्च कहा जाता है।
5. Targeted keyword से competitor analysis करें।
अगर आप ब्लॉग्गिंग कर रहें है या ब्लॉग्गिंग फील्ड में आना चाहते है तो अपने niche से रिलेटेड अपने competitor के बारे में जरुर रिसर्च करना चाहिए ताकि आपको ये मालूम चल सकते की आपको किस किस point पे ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है।
जैसे मान लेते है की आपको भी अपने ब्लॉग पर सर्च intent क्या है के बारे में content पब्लिश करना है तो जिस जिस ब्लॉग site पर इससे जुडी हुई जानकारी दी गई है उसको अच्छे से पढ़ें और ये जानने की प्रयास करे की उनका writing style कैसा है और जो कीवर्ड पोस्ट में टारगेट किया गया है उसे कहा कहा इस्तेमाल किया गया है।
इससे आपको सर्च intent क्या है के बारे में content लिखने में बहुत हेल्प मिलेगी।
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अंतिम बात: दोस्तों, search intent के बारे में हिंदी में इन्टरनेट पर बहुत ही कम इनफार्मेशन है और जो थोरा बहुत इनफार्मेशन है भी तो वह इंग्लिश में है तो मैंने सोचा की जो रीडर इंग्लिश भाषा को नहीं समझ सकते है उनके लिए हिंदी भाषा में complete guide उपलब्ध कराया जाए ताकि वे भी इस टॉपिक को अच्छे से समझ सके।
अगर सर्च intent के बारे में अभी भी कोई डाउट है तो आप कमेंट के माध्यम से मुझसे पूछ सकते है, आपकी मदद करके मुझे बड़ी ख़ुशी होगी।
और अगर आपको मेरा यह पोस्ट अच्छा लगे तो अपने सोशल मीडिया group में जरुर share करे ताकि वैसे रीडर को भी हेल्प हो सकते जो या तो इसके बारे में नहीं जानते या खोज कर रहें हों।