The Power of Compounding: How FD Interest Rates Can Boost Your Savings

Fixed Deposit Interest Rates

Maximizing Returns: Understanding Fixed Deposit Interest Rates HDFC बैंक ने 18 नवम्बर को अपना नया fixed deposit इंटरेस्ट रेट लागु किया.   HDFC बैंक का न्यू FD रेट 2 करोड़ से ऊपर और 5 करोड़ से कम के डिपाजिट पर लागु होगा.   HDFC बैंक का बदले हुए FD rate का स्लैब कुछ इस प्रकार से है.   7 से 14 दिन के टाइम पीरियड पर जनरल FD रेट 3.75% और सीनियर सिटीजन्स को 4.25% ब्याज दर मिलेगा.   15 से 29 दिन के टाइम पीरियड पर समान्य दर से ही ब्याज दर मिलेगा.   30 से 45 दिन के टाइम पीरियड पर जनरल ग्राहक को 4.75% और सीनियर सिटीजन्स को 5.25% ब्याज दर मिलेगा.   46 से 60 दिन के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 5.00% और सीनियर सिटीजन्स को 5.50% ब्याज दर मिलेगा.   61 से 89 दिन के टाइम पीरियड पर जनरल FD रेट 5.25% और सीनियर सिटीजन्स को 5.75% ब्याज दर मिलेगा.   3 माह से 6 महीने तक के टाइम पीरियड पर जनरल FD रेट 5.50% और सीनियर सिटीजन्स को 6.00% ब्याज दर मिलेगा.   6 माह 1 दिन से 9 माह तक के टाइम पीरियड पर जनरल कस्टमर को 5.75% और 6.25% ब्याज दर सीनियर सिटीजन को मिलेगा.   9 माह 1 दिन से 1 साल तक के टाइम पीरियड पर जनरल कस्टमर को 6.00% और सीनियर सिटीजन्स को 6.50% ब्याज दर मिलेगा.   1 साल से 1 साल 6 माह तक के अवधी पर 6.50% और सीनियर सिटीजन्स को 7.00% ब्याज दर मिलेगा.   15 माह से 2 साल तक के अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.80% और सीनियर सिटीजन्स को 7.30% ब्याज दर मिलेगा.   2 साल 1 दिन से 3 साल तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.50% और सीनियर सिटीजन्स को 7.00% ब्याज दर मिलेगा.   3 साल 1 दिन से 5 साल तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.25% और सीनियर सिटीजन्स को 6.75% ब्याज दर मिलेगा.   5 साल 1 दिन से 10 साल तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.25% और सीनियर सिटीजन्स को 7.00% ब्याज दर मिलेगा.   सिर्फ सीनियर सिटीजन्स और रिटायर्ड एम्प्लाइज जिनका आगे 60 साल से ऊपर है वो ही HDFC के FD पर अतिरिक्त ब्याज दर के लिए एलिजिबल होंगे.   अतिरिक्त ब्याज दर की सुब्विधा 2 करोड़ से ज्यादा और 5 करोड़ से कम के जमा राशी पर, 5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल के जमा अवधी पर मिलेगा.   इसकी समय सीमा 18-नवम्बर 2020 से 31 मार्च 2023 तक लागु किया गया था.   यह सुविधा नॉन रेजिडेंट इंडियन के लिए नहीं दी गयी है.   7 दिनों से 5 वर्षों में तक के अवधी में 2 करोड़ से अधिक से 5 करोड़ से कम की जमा राशी पर, सीनियर सिटीजन्स को 50 बीपीएस की अतिरिक्त ब्याज दर का लाभ मिलेगा जिसका वर्तमान ब्याज दर 4.25% से 6.75% तक है।   वही 5 साल 1 दिन से 10 साल के अवधी पूरा होने पर, सीनियर सिटीजन केयर FD रेट लागू होंगी जो कर्रेंट दर से 75 बीपीएस अधिक हैं।   अंतिम बात: अगर HDFC बैंक के बदले हुए FD रेट के बारे में यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने सोशल प्रोफाइल पर जरुर शेयर करे और इससे जुड़ी सवाल या अपने विचार व्यक्त करने के लिए कमेंट जरुर करें।   डिस्क्लेमर: यह जानकारी HDFC बैंक के अधिकारिक साईट और अन्य न्यूज़ साईट के आधार पर लिखा गया है। FD रेट में हुए बदलाव में अगर त्रुटी होती है तो इस पोस्ट के लेखक या वेबसाइट ओनर जिमेवार नहीं है।

Smart Saving Strategies: The Power of a Systematic Deposit Plan

Systematic Deposit Plan

Why You Need a Systematic Deposit Plan for your Future? इस पोस्ट में हम जानेंगे की Systematic Deposit Plan का मतलब (meaning) क्या होता है. इसके इंटरेस्ट रेट किस प्रकार से कैलकुलेट होते है जैसे सम्पूर्ण जानकारी. systematic deposit plan in hindi SDP के बढ़े हुए व्याज दर के फायदे Rs.5000 से 5 करोड़ तक के डिपाजिट पर ही मिलेगा. सिस्टेमेटिक डिपाजिट प्लान के इस अपडेट को नवम्बर 8 को लागु किया गया. महीने के हिसाब से SDP के बढे हुए व्याज दर की अपडेटेड स्लैब कुछ इस प्रकार से है. ये भी पढ़ें: Loan Restructuring और Loan Refinancing में क्या अंतर है? Full details in Hindi इस स्लैब को दो भागो में बाटा गया है एक 60 वर्ष के कम उम्र के लोगो के लिए और दूसरा 60 वर्ष से ज्याद उम्र के लोगो के लिए यानी सीनियर सिटीजन्स के लिए जिसे साल के जमा अवधी के हिसाब से दिया जायेगा. 12 से 14 महीने के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.55%, सीनियर सिटीजन्स को 6.80% ब्याज दर मिलेगा. 15 महीने के जमा अवधी पर जनरल ग्राहक को 6.70% और सीनियर सिटीजन्स को 6.95% इंटरेस्ट रेट मिलेगा. 16 से 17 महीने तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.55% और सीनियर सिटीजन्स को 6.80% ब्याज दर मिलेगा. 18 महीने तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.80%, सीनियर सिटीजन्स को 7.05 परसेंट ब्याज दर मिलेगा. 19 से 21 महीने के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.55% और वरिष्ट नागरिक को 6.80% ब्याज दर मिलेगा. 22 महीने तक के जमा अवधी पर आम कस्टमर को 7.05% और वरिष्ट नागरिक को 7.30% ब्याज दर मिलेगा. 23 महीने से 24 महीने तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 6.55% और सीनियर सिटीजन को 6.80% ब्याज दर मिलेगा. 24 से 29 महीने तक के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.25%, सीनियर सिटीजन्स को 7.50% ब्याज दर मिलेगा 30 महीने के जमा अवधी पर जनरल ग्राहक को 7.35% और वरिस्ट नागरिक को 7.60% ब्याज दर मिलेगा. 31 से 32 माह के जमा अवधी पर सीनियर सिटीजन्स को 7.50% के वृद्धि के साथ ब्याज दर मिलेगा. 33 महीने के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.35% और सीनियर सिटीजन्स को 7.60% ब्याज दर मिलेगा. 34 से 35 माह के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.25% और सीनियर ग्राहक को 7.50% इंटरेस्ट रेट के हिसाब से ब्याज दर मिलेगा. 36 से 43 माह के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.50% और 7.75% सीनियर सिटीजन्स को ब्याज मिलेगा. 44 महीने के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.60% और 7.85% सीनियर सिटीजन्स को ब्याज दर से फायेदा मिलेगा. 45 से 60 महीने के जमा अवधी पर जनरल कस्टमर को 7.50% और सीनियर सिटीजन्स को 7.75% ब्याज दर मिलेगा.   हमने इस पोस्ट में जाना की महीने के हिसाब से किस प्रकार बढाती या घटती है. अब systematic deposit plan से जुड़े कुछ ऐसे सवाल के जबाब जानते है जिसे ज्यादा तर पूछे जाते है. Q1. Systematic deposit plan क्या होता है ? – What is SDP in Hindi Systematic deposit plan (SDP) एक बहुत ही अच्छी नियमित मासिक बचत योजना है जिसमे सीनियर सिटीजन्स और रेगुलर इन्वेस्टर्स को compunding इंटरेस्ट के हिसाब से एक शानदार ब्याज प्राप्त करने में मदद करती है. Q2. Systematic deposit plan में कितने प्रकार से इन्वेस्ट किया जा सकता है? SDP के इस प्लान के तहत आप दो प्रकार से बचत निवेश कर सकते है. 1. सिंगल मेच्योरिटी स्कीम 2. मासिक मेच्योरिटी स्कीम Q3. Systematic deposit plan में इन्वेस्ट करने के लिए इसके Eligibility Criteria क्या क्या है? • इस प्लान में इन्वेस्ट करने के लिए आपका उम्र 18 साल होना चाहिए, • आप इंडिया के रेजिडेंशियल होने चाहिए. • आपके पास PAN कार्ड, ID प्रूफ और एड्रेस प्रूफ होने चाहिए. • KYC के लिए ये डॉक्यूमेंट होने चाहिए जैसे पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, आधार कार्ड, मंरेगा जॉब कार्ड etc. Q4. क्या इस प्लान में जॉइंट डिपाजिट संभव है? हाँ, Systematic deposit plan में आप जॉइंट डिपाजिट अकाउंट ओपन कर सकते है. Q5. क्या हम सभी डिपाजिट के रिसीप्ट पा सकते है? हाँ, इस प्लान के तहत आप एक-एक डिपाजिट के रिसीप्ट दिया जाता है. Q6. क्या हम इस प्लान को जब चाहे तब बंद कर सकते है? हाँ, आप जब चाहे तब इस प्लान को कैंसिल कर मैचुरिटी पुरने पर अपने पैसे ले सकते है.   अंतिम बात: डिस्क्लेमर: यह पोस्ट सिर्फ जानकारी देने के लिए इन्टरनेट पर उपस्थित कंटेंट के आधार पर लिखा गया है. इसे आप अपने जोखिम पर ही अपनाये. अगर ये पोस्ट आपको हेल्पफुल लगे तो आगे अपने सोशल ग्रुप में जरुर शेयर करे.

A Complete Guide about “Different between Loan Restructuring and Loan Refinancing”

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Loan Restructuring vs. Loan Refinancing: Understanding the Key Differences यह post सही रिकॉर्ड स्थापित करेगा ताकि ये दो शब्द आपको कभी भ्रमित न करें! Loan Restructuring और Loan Refinancing meaning in hindi. इस पोस्ट में हम जानेंगे की Loan Restructuring और Loan Refinancing के बीच क्या अंतर (difference) होता है। हम कभी-कभी सोचते है की हमें लोन लेना चाहिए लेकिन फिर हम बाजार के उत्तार चढावो को देखते हुए इसके व्याज दर के वजह से छोड़ देते है लेकिन देखा जाये तो हम सब किसी न किसी काम करने के लिए लोन यानी उधार खरीदारी करते है। अगर देखा जाये तो अक्सर बिज़नस लोन के आधार पर ही होता है, जो लोग इसकी महता को समझते है वो लोग अपने टूर के लिए लोन लेते है, किसी स्टार्टअप बिज़नस के लिए लोन लेते है, होम लोन जैसी अनेको सुविधाए अपनाते है। हमें अपने जीवन में अक्सर किसी बड़े काम को करने के लिए ऋण लेना पड़ जाता है. आइये हम इसके कुछ और विन्दुओं पर भी प्रकाश डालते है। ऋण (loan) शब्द को लगभग सभी लोग जानते है क्योकि यह इतना व्यापक हो चूका है लेकिन ऋण के दो सब्द है जिसके बारे में अधिकांश लोगो को पता ही नहीं है, इस पोस्ट हम येही जानेंगे और इसके विभिन्न पर प्रकाश डालते हुए व्याख्या भी करेंगे और ये बताएँगे की इन दो सब्दो के बिच क्या अंतर है। सबसे पहले जानते है की – What is Loan Restructuring in Hindi ? Loan Restructuring होता क्या है ? अगर आप loan ले चुके है और अब लोन चुकाने का समय आ गया है तो ऐसा भी होता की योजना अवधी के समय तक हम उस राशी को जोड़ नहीं पाते है या कोई ऐसा स्थिति आ जाती है हम ऋण चुकाने में सक्षम नहीं होते है तो Loan Restructuring (ऋण पुनर्गठन) एक ऐसी उपाय है जिसे हम अंतिम रूप में इसका उपयोग कर सकते है या करते है. इसके लिए जिस वित्तीय संसथान से आप लोन ले रखे है तो उनके साथ बात चित करके उनके मौजूदा अनुबंध शर्तों को बदलकर ऋण का पुनर्गठन कर ऋण की भुगतान किया जाता है जो पूर्व में सहमत किस्तों के रूप में शामिल है।   What Is Loan Refinancing in Hindi? – Loan Refinancing क्या है ? खैर, यह लगभग बेहतर शर्तों पर नया ऋण प्राप्त करने के बारे में है। यह नया ऋण, जिसके लिए एक नए अनुबंध की आवश्यकता होती है, ब्याज की कम दरें, कम दंड, कम देर से भुगतान शुल्क और लेनदेन लागत जैसे कई फायदों के साथ आता है। आपने शायद अपने massage और ईमेल में कुछ ‘टॉप-अप’ लोन ऑफर आये हुए देखे होंगे। अगर आप उसके आधार पर क्लेम करते है तो आपके Loan की राशी को Refinance कर दिया जाता है.   इतना ही नहीं, लोन की शर्तें उनकी परिभाषाएं, आवश्यक चेतावनियां… हमें लगता है कि हमने उन सभी को शामिल करते हुए अच्छा काम किया है। लेकिन यह अंत नहीं है। आपको हमें अपनी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने का मौका देना होगा, जो कि क्रेडिट स्कोर है। तो, आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे Loan Restructuring और Loan Refinancing दोनों आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करते हैं।   हमारे शोध के आधार पर, जिस बात ने हमें सबसे अधिक चकित किया वह यह है कि पुनर्गठित (Restructuring) ऋणों को आमतौर पर ‘सेटल्ड’ या ‘राइट ऑफ’ श्रेणियों के तहत रिपोर्ट किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप, ऋणदाता इसे विलफुल डिफॉल्टिंग मानते हैं, और इस प्रकार इसका क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। दूसरी ओर, ऋण पुनर्वित्त(Refinancing) का क्रेडिट स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि भुगतान इतिहास आपके मूल ऋण को भुगतान के रूप में इंगित करता है।   अंतिम बात: तो इस पोस्ट में हमने जाना की Loan Restructuring और Loan Refinancing में क्या अंतर है. हमने अलग-अलग ये भी जाना की Loan Restructuring और Loan Refinancing क्या होता है. अब, यदि आप नकदी की कमी से गुजर रहे हैं (जो हमें उम्मीद है कि आप नहीं हैं) और तुरंत धन की अपेक्षा कर रहे है, तो बहुत से ऐसी वित्तीय संसथान है जहाँ पर कम से कम दस्तावेज़ीकरण, तुरंत मंज़ूरी, उसी दिन भुगतान, और पूरी तरह से ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत आप ऋण ले सकते है. यह सिर्फ मेरी राय है, ऋण के लिए अपना कदम उठाने से पहले सोच विचार कर ले.