On Page SEO क्या हैं? और इसे सही तरीके से कैसे करें इसके बारे में बहुत से beginner blogger है जिनको इसकी टेक्नीकी समझ में नहीं आती है।
दोस्तों, आज के इस पोस्ट में मैं आपको इसके मेन activities and technique in Hindi, google के algorithm के अनुसार optimize कैसे करते है जिससे blog या website गूगल या किसी भी search engine में rank कर पता है।
On Page SEO क्या हैं ? (What is On-Page SEO in Hindi)
On Page SEO के द्वारा किसी भी Website या ब्लॉग को जिस SEO activities और techniques के द्वारा search engine में रैंक कराने के लिए जो काम किया जाता है उसे On-Page SEO कहते हैं। इसमें बहुत ऐसे काम होते जिसको करने के बाद ही blog गूगल के पहले पेज पर रैंक कर पता है। जिसके बारे में On page SEO कैसे करें वाले सेक्शन में डिटेल में बताया गया है।
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वैसे तो हर कोई चाहता है की मेरा ही blog या website सर्च इंजन के पहले पेज पर number-1 पर रैंक करे लेकिन गूगल के सॉफ्टवेयर quality content के साथ साथ बहुत सारे मानकों को देख कर ही अपने रैंकिंग में position देता है।
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जिस वेबसाइट या ब्लॉग का क्वालिटी गूगल के अल्गोरिथम से मिलता है उसको ही अच्छे पोजीशन पर रैंक प्रदान करता है। इसमें competition भी बहुत है। इसी competition को जितने के लिए ऑन-पेज SEO technique अपनाया जाता है।
On-Page SEO कैसे करें ? – How to do On Page SEO in Hindi.
On-Page SEO Kaise Karen
अगर बात करें की On-Page SEO कैसे करें तो मैं आपको ये बता दू की निचे दिए गए पुरे activity को ध्यान पूर्वक समझ कर अपने ब्लॉग पर इस्तेमाल करें।
On-Page SEO कैसे करें ? – जानिये 20 आसान Steps
1. Original और Quality Content लिखे।
2. Meta Data को optimize करें।
3. Content की Length लम्बी रखें।
4. SEO Friendly URL बनाएं।
5. पहले Keyword Research करें ले फिर कंटेंट लिखे।
6. Long Tail Keywords से content को Optimize करें।
7. Images को Optimize और Customize करें।
8. Keyword stuffing पर भी ध्यान दें।
9. साइट को Mobile Friendly बनाएं।
10. साइट की Loading Speed तेज़ रखें।
11. Mobile site की Speed को बढ़ाये।
12. H1 Tag का उपयोग करें।
13. पोस्ट में Broken Links को चेक करें।
14. पोस्ट में Internal Linking जरूर करें।
15. Blog Post में Matched Keywords का प्रयोग करें।
16. Affiliate Links के लिए No-follow Tag का उपयोग करें।
17. पोस्ट में External Link का भी इस्तेमाल करें।
18. Site में Social Sharing Buttons भी जरूर रखें।
19. अपने Title में Modifiers सब्द का इस्तेमाल करें।
20. अपनी साइट को Clean और Simple रखें।
On-Page SEO ही किसी ब्लॉग को गूगल में रैंक करा कर successful बनाने की चाभी है। अगर सिर्फ original content भी लिख ले तो सिर्फ उससे वेब पेज को रैंकिंग नहीं मिल सकती है। उसके साथ साथ strategy पूर्वक On-page SEO करना ही पड़ता है जिसका लिस्ट और उसको अच्छे से describe किया गया है की किस सेक्शन में क्या क्या काम करना पड़ता है।
1. Original और Quality Content लिखे।
जब भी आप content लिखे या किसी से लिखवाये तो उसको अपने publish करने से पहले copyscape टूल पर जरूर चेक कर ले की कही duplicate तो नहीं है।
वैसे तो content 100% original हो तो सबसे अच्छा होगा लेकिन फिर भी आपके ब्लॉग पोस्ट की सुधता कम से कम 90% होनी चाहिए तब जाकर उस post का गूगल में रैंक करने का चांस बनता है नहीं तो फिर कोई फायदा नहीं।
ओरिजिनल ब्लॉग पोस्ट लिखते समय सही सब्दो को ही प्रयोग करें और उसका अर्थ भी सही और सटीक होना चाहिए जिससे blog पर आने वाले visitor को पढ़ने में कोई दिकत न हो या समझ में न आये।
अगर बिना अर्थ के आप कोई content लिखते है तो सायद वो गूगल में रैंक हो जायेगा लेकिन वो जल्द ही आपके ब्लॉग से चला जायेगा जिससे आपके ब्लॉग का bounce rate बढ़ेगा तो रैंकिंग भी down हो जाएगी। इस लिए जो भी कंटेंट लिखे और ओरिजिनल लिखे और सही लिखे चाहे समय थोड़ा अधिक की लगे।
2. Blog Post के Meta Data को optimize करें।
Meta Data में मुख्य रूप से तीन पॉइंट होते है जैसे Title, Description और Keywords, जिसको optimize किये बिना On-page का काम पूरा नहीं होता है।
On Page SEO चेकर टूल्स से अपने साइट का SEO मिस्टेक चेक करें ताकि पता चले की आपने अपने साइट में SEO से जुडी हुई कौन कौन सी गलती किये हुए हैं।
आइये अब ये जानते है की इसको optimize कैसे करते है।
Title Tag को optimize करते समय अपने targeted keyword को पहले रखे उसके बाद सपोर्टेड वर्ड्स लिखे। जैसे आपका कीवर्ड है “ब्लॉग कैसे स्टार्ट करें” तो इसको ब्लॉग पोस्ट के टाइटल में दिए गए उदहारण के हिसाब से optimize कर सकते है।
उदहारण : A) ब्लॉग को कैसे शुरू करें-Tips and Trick in Hindi (optimized)
B) ब्लॉग स्टार्ट करने का Tips and Trick कैसे करें in Hindi (Not-optimized)
अगर आपका एक से अधिक targeted keyword है तो दोनों को मिला कर एक Title बनाना होगा जो देखने में एक ही वाक्य लगे। इससे ये होगा की आपका title भी optimize हो जायेगा। Title Tag की लेंथ को हमेशा 55 से 65 character के बिच में ही लिखे ज्यादा लिखने पर ranking में दिकत हो सकती है।
Description: Meta Tag के description में भी अपने 2 या 3 keywords को मिला कर पैराग्राफ लिख सकते है इसमें भी ये ध्यान रखना होगा की इसकी length 155 character ज्यादा नहीं होना चाहिए नहीं तो ये ऑप्टिमाइज़ meta नहीं कहलायेगा।
Keywords: एक ब्लॉग पोस्ट में ज्यादा से ज्यादा 3 या 4 कीवर्ड ही टारगेट करें ज्यादा टारगेट करने पर ब्लॉग पोस्ट को रैंक करने में कठिनाई होती है। वैसे ब्लॉग पोस्ट के कीवर्ड सेक्शन में टार्गेटेड कीवर्ड्स को सीधे सब्दो में, उलटे सब्दो में, नकरात्मक और प्रवाची सब्दो को मिलकर भी लिख सकते है। keyword सेक्शन में character काउंट नहीं होता है और न ही उसकी लिमिट अभी तक बनाई गई है।
3. Content की Length कितनी होनी चाहिए?
अपने ब्लॉग पोस्ट के content की सुधता के साथ साथ content की length पर भी ध्यान देना चाहिए। एक अच्छे ब्लॉग पोस्ट के लिए content की length कम से कम 2500 सब्दो का होना चाहिए।
इसका आकलन आप दूसरे ब्लॉगर जिसका ब्लॉग top 5 में रैंक कर रहा है को देख कर कर सकते है। किसी भी टॉपिक के ऊपर अगर आप article लिखते है तो उसको पूरा व्याख्या कर के ही अच्छे से समझा कर लिखे ताकि आपके reader समझ में आसानी से आ जाये और वो आपका ब्लॉग को पूरा पढ़े इससे ब्लॉग की bounce rate सही रहता है।
जब आप अपने ब्लॉग पोस्ट को पूरा descriptive तरीके से लिखेंगे तब content अपने आप 2500 से ज्यादा का हो जाएगा।
4. SEO Friendly URLs बनाएं।
अगर आप confuse हो रहे है तो मैं आपको बताता हूँ की SEO Friendly URLs क्या हैं ?
SEO Friendly URL का मतलब ये होता है की वो search engine और user friendly होना चाहिए। अब ये कैसे होगा इसकी जानकारी निचे दिए गए उदहारण से समझ सकते है।
उदहारण :
yoursite.com/how-to-do-on-page-seo (सही है)
yoursite.com/2020/02/how-to-do-on-page-seo.html (70% सही है)
yoursite.com/how-to-do-on-page-seo/32346 (सही नहीं है)
yoursite.com/32346 (बिलकुल सही नहीं है)
5. पहले Keyword Research करें ले फिर कंटेंट लिखे।
बिना keyword research किये कन्टेन्टको ऑप्टिमाइज़ करने में बहुत दिकत होती है। वैसे कीवर्ड् पर content लिखना चाहिए जिसकी सर्च ज्यादा हो लेकिन competition low हो उसी keyword को लेकर कंटेंट को Optimize करने से अच्छी खासी ranking और traffic मिलती है तो on page SEO में इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए।
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6. Long Tail Keywords से Blog Post को Optimize करें।
Content Optimization करने का सबसे बेस्ट तरीका है की जो keywords इस्तेमाल करना है उसमे extra वर्ड फ्रेज जोड़ कर उसे long tail keywords बनाया जाता है और उससे अपने blog post को optimize किया जाता है ताकि रैंकिंग के साथ साथ ट्रैफिक भी बढ़ जाता है।
Long Tail Keywords क्या है? इसको कैसे सेट करते है इसके कुछ उदाहरण निचे दिए गए है जिसको समझ कर आप अपने कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ कर सकते है।
Long Tail Keywords Example:
अगर इसी पोस्ट से related बात करें तो इसमें मैं कीवर्ड्स है “On Page SEO” अगर इसको लॉन्ग टेल कीवर्ड बनाना है तो इसमें लिखेंगे जैसे अगर hindi कीवर्ड बनाना है तो लिखेंगे “On-Page SEO क्या है ?”, “ऑन पेज SEO कैसे करें”, “What is On-Page seo in Hindi” इस तरीके से long tail keyword बना सकते है।
7. Images को Optimize और Customize जरूर करें।
ब्लॉग पोस्ट में जो Image इस्तेमाल होता है उसे भी जरुरत के हिसाब से optimize करना बहुत जरुरी होता है जैसे उसमे alt tag, title tag, hr tag, और उसके साइज को भी customize करना भी महत्वपूर्ण होता है। अगर ये सब नहीं किया जाये तो रैंकिंग में अच्छे पोजीशन पर स्थान पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए इस पॉइंट को भी ध्यान देना चाहिए।
8. Keyword stuffing पर भी ध्यान दें।
ऑन पेज SEO ऑप्टिमाइजेशन में keyword stuffing भी बहुत important पॉइंट है जिसको अगर इग्नोर कर दिया जाए तो ब्लॉग पोस्ट को rank करना मुश्किल हो जाता है।
अगर आप नहीं जानते है की keyword stuffing क्या है तो सबसे पहले इसके बारे में जानकारी ले और उसके हिसाब से अपने ब्लॉग पोस्ट के कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करें।
वैसे मैं यहां तो hints दे देता हूँ की आपके पोस्ट में जो टार्गेटेड कीवर्ड्स होते है वो 30% से ज्यादा नहीं होना चाहिए अब इसका calculation कैसे करते है इसकी जानकारी दिए गए पोस्ट लिंक के माध्यम से ले सकते है।
9. साइट को Mobile Friendly बनाने पर ध्यान दें।
जिस तरह आज के समाय में ज्यादा लोग android mobile चलाते है और अपना अधिकतम ऑनलाइन काम मोबाइल से ही करते है तो अगर हम अपने site को mobile interface के हिसाब से नहीं बनाएंगे तो हमारे website या ब्लॉग पर traffic नहीं आएगा।
इसलिए जब भी site बनाये तो इस बात का जरूर ध्यान रखे की वो mobile friendly हो और वो आसानी से गूगल में रैंक करें और यूजर हमारे साइट पर भी visit करें और हमारे साइट का भी traffic increase हो।
अगर आपको ये नहीं पता है की साइट को mobile friendly कैसे बनाते है तो Internet पर इसके बारे में बहुत सारे site है या video है जिसके जरिये आप जानकारी ले सकते है।
10. साइट की Loading Speed पर भी ध्यान दें।
Site कि loading speed सही रहना बहुत हि जरुरी होता है क्यों कि अगर कोई विजिटर आपके साइट पर visit करता है और अगर् website लेट से खुलता है तो विजिटर झुन् झूला कर आपके साइट से दूसरे साइट पर चला जाता है जो गूगल के नज़र मे सही नहीं होता। इससे site के रैंकिंग मे भी दिकत होती है।
साइट कि लोडिंग स्पीड चेक करने का सबसे आसान तरीका है कि आप google के page speed speed insite tool से चेक करें जिसमें आपको ये पता चल जाएगा कि आपको अपने साइट मे क्या क्या काम करना बाकी है। उसके अनुसार आप अपने साइट कि loading स्पीड बढ़ा सकते है।
11. Blog की Loading Speed को Improve करें।
ब्लॉग कि loading speed को improve करने का सबसे सही तरीका ये है कि आप अपने page के speed को GTmatrix या Google Page Speed Insite टूल्स कि मदद से चेक करें और उसमें yellow कलर के एरिया मे बताया गया हो उसको improve कर ले।
ऐसा करने से आपके site कि रैंकिंग भी improve हो जाएगी और traffic भी बढ़ जाएगी। साइट कि लोडिंग स्पीड 0.10s से जयादा नहीं होना चाहिए।
आपकी साइट जितनी जल्दी होगी उतना हि को अच्छा लगेगा और वो ज्यादा देर तक आपके साइट पर रुकेंगे जिससे साइट कि bounce रेट भी कम हो जाएगा। जो SEO के नज़र मे बहुत जरुरी होता है।
12. सही H1 Tag का उपयोग करें।
Website या ब्लॉग मे H1 Tag का होना बहुत जरुरी होता है। वैसे तो जब आप ब्लॉग पोस्ट करते है तो post का टाइटल हि H1 tag हो जाता है। इसलिए अपने Title मे हि targeted keyword लगा दे ताकि जब भी आपका ब्लॉग पोस्ट गूगल के द्वारा cache हो तो आपकी साइट रैंक मे आ जाए।
13. अपने पोस्ट में Broken Links को चेक करें।
आपके जितने भी ब्लॉग पोस्ट हो उसका On Page SEO करते समय ये जरूर चेक कर ले। अगर आपके पोस्ट मे broken लिंक होगा तो गूगल आपके site को अपने रैंकिंग मे जगह नहीं देगा।
अपने ब्लॉग मे broken लिंक चेक करने के लिए आप गूगल मे ब्रोकन लिंक चेकर् सर्च करके बेस्ट टूल कि मदद से चेक कर सकते है और उसके करेंट लिंक से change कर के सही कर सकते है।
14. पोस्ट में Internal Linking जरूर करें।
नए ब्लॉग पोस्ट मे पुराने blog post का internal linking करना बहुत जरुरी होता है इससे यूजर का engagement बढ़ता है spend टाइम भी increase होता जो google मे रैंकिंग करने मे भी मददगार साबित होती है।
Internal linking जब भी करें तो उसमें Title टैग का इस्तेमाल जरूर करें जिससे लिंक optimize हो जाता है।
15. Blog Post में Matched Keywords.
On Page SEO के तहत अपने ब्लॉग पोस्ट मे उससे रिलेटेड यानी targeted match keywords लगाना बहुत हि अनिवार्य होता है।
जब तक आप अपने ब्लॉग के पोस्ट के अनुसार keywords नहीं डालेंगे तब तक आपके ब्लॉग पोस्ट पर traffic नहीं आएगी। इसलिए blog पोस्ट करने से पहले उससे matched keywords का लिस्ट बना ले और उसे सही जगह पर implement करें।
16. Affiliate Links and Untrusted Links के लिए No follow Tag का उपयोग करें।
अगर आप अपने ब्लॉग पोस्ट मे किसी और ब्लॉग या website का लिंक डाल रहे हो तो उसमें No follow Tag का प्रयोग जरूर करें।
ऐसा नहीं करने पर आपके ब्लॉग या website कि ranking गिर सकती है।
और अगर आप अपने ब्लॉग मे किसी affiliate site का भी लिंक डाल रहे है तो उसमें भी No फॉलो टैग जरूर लगाए।
No Follow टैग लगाने से आपकी website या ब्लॉग पोस्ट spamming मे count नहीं होती है और search इंजन मे rank करने मे भी कोई प्रॉब्लम नहीं होती है। इसलिए इस बात का खास ख्याल रखे।
17. पोस्ट में External Link का भी इस्तेमाल करें।
अपने ब्लॉग पोस्ट मे external link देना भी एक ऑन पेज SEO technique है। आप अपने ब्लॉग पोस्ट से रिलेटेड टॉपिक का किसी और website का भी लिंक दे सकते है।
External Link देते समय इन् 4 बातों का खास ध्यान रखें:-
1 – Untrusted लिंक नहीं होना चाहिए।
2 – कोई broken लिंक नहीं नहीं लगाए।
3 – Redirected Link नहीं होना चाहिए।
4 – किसी गलत website का लिंक न लगाए।
अगर आप किसी famous और high traffic website का लिंक अपने ब्लॉग पर लगाते है तो उससे आपके blog को बहुत फायदा होता है। जब जब वो website गूगल के द्वारा cache होगा तब तब आपका भी साइट crawl होगा।
18. पोस्ट में Social Sharing Buttons भी जरूर जोड़े।
शेयरिंग एक बहुत हि अच्छा तरीका है अपने साइट पर traffic लाने का, इसलिए भूल कर भी ये गलती ना करें कि बिना social sharing button लगाए अपने ब्लॉग पर कोई पोस्ट प्रकाशित करें।
बहुत ऐसे साइट है जहां से free मे आप अपने साइट पर social शेयर बटन लगा (integrate) सकते है।
सोशल शेयर बटन लगाने से फायदा ये होता है कि जब कोई विजिटर आपके site पर आता है और उसको आपका पोस्ट पसंद आ जाता है तो वो उसी बटन के द्वारा उस पोस्ट को अपने social मीडिया ग्रुप मे आसानी से शेयर कर देता है।
19. अपने Title में Modifiers सब्द का इस्तेमाल करें।
20. अपनी साइट को Clean और Simple रखें।