Writing Mastery: 8 steps for SEO Friendly Blog Post That Rank

seo friendly blog writing tips

Crafting SEO-Friendly Blog Posts: A Guide to Boosting Visibility and Engagement   दोस्तों, अभी के समय में blog post writing या कहे तो SEO Friendly Article Writing Tips in Hindi या in English बहुत ही कठिन और मुश्किल topic बन गया है, बहुत ऐसे beginner ब्लॉगर होते है जो ब्लॉग तो start कर लेते है लेकिन content लिखना उनके लिए मुश्किल हो जाता है और बहुत ऐसे भी है जिनको समझ में ही नहीं आता है की हिंदी में SEO Friendly ब्लॉग post कैसे लिखें, fast content writing की तो बात ही छोर दीजिये।   आप मेरे इस ब्लॉग आये है तो इसका मतलब ये भी हो सकता है की अभी तक आपको वो tips and trick नहीं मिला है जिससे आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए एक अच्छा article लिख सके।   मुझे यकीन है की अगर आप इस पोस्ट को पूरा अच्छी तरह से पढ़ेंगे तो आपको दूसरे platform पर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।   आज के इस post में मैं अपने अनुभव के आधार पर आपको एक सुलभ और सटीक तरीका बताऊंगा जिससे आप एक अच्छा ब्लॉग पोस्ट तो लिखेंगे ही साथ साथ उसको गूगल या अन्य search engine में rank भी करवा पाएंगे।   ये भी पढ़ें: Covid-19 Vaccination Certificate PDF कैसे Download करे?   ब्लॉग या कंटेंट writing कोई ज्यादा हार्ड वर्क नहीं है यह आपके छमता के ऊपर निर्भर करता है। मैं मानता हूँ की इसमें टाइम लगता सकता है लेकिन एक कला है जब आप खुद एक writer के जैसा अनुभव करने लगेंगे तो आप content writing को पसंद करने लगेंगे।   मैं पुरे यकीन के साथ कह सकता हूँ आप भी 15 से 20 मिनट में एक अच्छा article लिख सकते है। कुछ लोग इसे बहुत कठिन समझ लेते है और copywriter और freelancer को खोजने लगते है।   लेकिन आप सोच सकते है की दूसरे writer इतनी अशनि से कैसे article लिख लेते है। ऐसा कही कोई जादुई यंत्र नहीं है की जिससे एक ही बार में कोई बेस्ट राइटर बन जाये।   आपको बस थोड़े से important पॉइंट को ध्यान रखना होगा जिससे आप भी एक perfect writer बन सकते है।   अगर आप इसे महसूस करने लगेंगे तो आप यह मजाक जैसा लगने लगेगा। Free Domain + Hosting इसको आसान समझेंने और किसी भी topic पर कंटेंट लिखने से पहले उससे मिलता जुलता किसी दूसरे blogger की पोस्ट को अच्छी तरीके से पढ़ ले।   उसमे ये देखे की उनके लिखने का तरीका कैसा है और वो किस तरह के सब्दो का इस्तेमाल कर रहे है।   किसी किसी blogger का जब आप post को जब आप ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको लगेगा की वो आपसे बात कर रहे है। आपको भी उसी तरीके से content लिखना है।   जब आप अपने ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखना शुरू करे तो इस तरीके से लिखे की आप भी अपने reader से बात कर रहे है और उनके problem को solve कर रहे हैं।   अगर आप चाहते है की आपके पाठक आपके पोस्ट पर जयादा समय बिताये तो इसके लिए content talkative लिखना होगा और साथ ही साथ आपका पोस्ट गूगल में रैंक भी करना चाहिए। Google के algorithm के अनुसार आपका पोस्ट user friendly होना चाहिए ना की search engine फ्रेंडली।   मझे आशा है की शुरू के कुछ पहलु “how to write blog post fast in Hindi” और “हिंदी में SEO friendly ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे” के बारे में आपको समझ में आ गया होगा।   चलिए अब स्टार्ट करते है की Article या content writing के basic से advance tips क्या क्या है।   SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें ?- जानिए 8 आसान steps में 1. ब्लॉग पोस्ट के लिए Keyword Research करें। पहले 15 मिनट में ब्लॉग post का keyword research करें।   2. ब्लॉग पोस्ट का मुख्य topic को point करे। अपने blog writing topic को एक जगह लिख लें   3. User Friendly Title लिखें।   4. Keywords का उपयोग Title में करें।   5. SEO Friendly URL बनाये।   6. कम से कम 600 सब्दो में Blog Post लिखें।   7. ब्लॉग पोस्ट में Internal और External Linking करें। अपनी blog post में अन्य post को लिंक करें.   8. Descriptive Image का उपयोग करें। Blog content में descriptive image का प्रयोग करें।   How To Write SEO Friendly Blog Posts in Hindi – सीखे इन 8 Steps में। 1. ब्लॉग पोस्ट के लिए Keyword Research करें।   सबसे पहले, अपने ब्लॉग टॉपिक (निचे) का लिस्ट बना लें। फिर उसके लिए जो keywords target करना है उसको free keyword research tools से keyword का रिसर्च करे जिस पर competition कम हो लेकिन उसका search ज्यादा हो। ज्यादातर beginner blogger अपने कंटेंट के लिए सही keyword खोजने में ही गलती करते है जिससे उनकी साइट ranking में नहीं आ पाती है।   जब ब्लॉग start करें तो उस समय पहले सिर्फ वही keyword target करना चाहिए जिसका CPC और search volume ज्यादा हो और competition कम हो। अगर आप अपने ब्लॉग पर जयादा Traffic लाना चाहते है तो long tail keywords इस्तेमाल करना चाहिए। Free Domain + Hosting मुझे आशा है की आप इस step को समझ चुके होंगे की कैसे 15 में अपने ब्लॉग niche के बारे में research करें।   ये भी पढ़ें:- Blog Niche क्या है ? Best Niche Blogging Idea in Hindi   अब चलते है दूसरे step की तरफ:-   2. ब्लॉग पोस्ट का मुख्य topic को point करे।   Content लिखने से पहले ये समझना जरुरी हो जाता है की हमें जिस topic पर आर्टिकल लिखना है उसके मुख्य 10 पॉइंट कौन कौन से हो सकते है और फिर उसका लिस्ट तैयार कर लें।   बहुत बढ़िया, आप इसे जानने में दिलचस्पी ले रहे है, कृपया इसे अच्छे से समझने की कोसिस करें। इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आप भी एक बढ़िया content writer बन सकते है।   कम से कम 5 मिनट ये सोचने में जरूर लगाए की आप अपने ब्लॉग के पाठको के सामने पढ़ने के लिए क्या दे रहें हैं। क्या वे आपके लेख को पढ़ते समय आनंदित महसूस … Read more

The Ultimate On-Page SEO Tips and Tricks for Website Traffic

on page seo tips

On Page SEO क्या हैं? और इसे सही तरीके से कैसे करें इसके बारे में बहुत से beginner blogger है जिनको इसकी टेक्नीकी समझ में नहीं आती है। दोस्तों, आज के इस पोस्ट में मैं आपको इसके मेन activities and technique in Hindi, google के algorithm के अनुसार optimize कैसे करते है जिससे blog या website गूगल या किसी भी search engine में rank कर पता है। On Page SEO क्या हैं ? (What is On-Page SEO in Hindi) On Page SEO के द्वारा किसी भी Website या ब्लॉग को जिस SEO activities और techniques के द्वारा search engine में रैंक कराने के लिए जो काम किया जाता है उसे On-Page SEO कहते हैं। इसमें बहुत ऐसे काम होते जिसको करने के बाद ही blog गूगल के पहले पेज पर रैंक कर पता है। जिसके बारे में On page SEO कैसे करें वाले सेक्शन में डिटेल में बताया गया है। Free Domain + Hosting वैसे तो हर कोई चाहता है की मेरा ही blog या website सर्च इंजन के पहले पेज पर number-1 पर रैंक करे लेकिन गूगल के सॉफ्टवेयर quality content के साथ साथ बहुत सारे मानकों को देख कर ही अपने रैंकिंग में position देता है। ये भी पढ़ें: Covid-19 Vaccination Certificate PDF कैसे Download करे? जिस वेबसाइट या ब्लॉग का क्वालिटी गूगल के अल्गोरिथम से मिलता है उसको ही अच्छे पोजीशन पर रैंक प्रदान करता है। इसमें competition भी बहुत है। इसी competition को जितने के लिए ऑन-पेज SEO technique अपनाया जाता है। On-Page SEO कैसे करें ? – How to do On Page SEO in Hindi. On-Page SEO Kaise Karen अगर बात करें की On-Page SEO कैसे करें तो मैं आपको ये बता दू की निचे दिए गए पुरे activity को ध्यान पूर्वक समझ कर अपने ब्लॉग पर इस्तेमाल करें। On-Page SEO कैसे करें ? – जानिये 20 आसान Steps 1. Original और Quality Content लिखे। 2. Meta Data को optimize करें। 3. Content की Length लम्बी रखें। 4. SEO Friendly URL बनाएं। 5. पहले Keyword Research करें ले फिर कंटेंट लिखे। 6. Long Tail Keywords से content को Optimize करें। 7. Images को Optimize और Customize करें। 8. Keyword stuffing पर भी ध्यान दें। 9. साइट को Mobile Friendly बनाएं। 10. साइट की Loading Speed तेज़ रखें। 11. Mobile site की Speed को बढ़ाये। 12. H1 Tag का उपयोग करें। 13. पोस्ट में Broken Links को चेक करें। 14. पोस्ट में Internal Linking जरूर करें। 15. Blog Post में Matched Keywords का प्रयोग करें। 16. Affiliate Links के लिए No-follow Tag का उपयोग करें। 17. पोस्ट में External Link का भी इस्तेमाल करें। 18. Site में Social Sharing Buttons भी जरूर रखें। 19. अपने Title में Modifiers सब्द का इस्तेमाल करें। 20. अपनी साइट को Clean और Simple रखें। On-Page SEO ही किसी ब्लॉग को गूगल में रैंक करा कर successful बनाने की चाभी है। अगर सिर्फ original content भी लिख ले तो सिर्फ उससे वेब पेज को रैंकिंग नहीं मिल सकती है। उसके साथ साथ strategy पूर्वक On-page SEO करना ही पड़ता है जिसका लिस्ट और उसको अच्छे से describe किया गया है की किस सेक्शन में क्या क्या काम करना पड़ता है। 1. Original और Quality Content लिखे। जब भी आप content लिखे या किसी से लिखवाये तो उसको अपने publish करने से पहले copyscape टूल पर जरूर चेक कर ले की कही duplicate तो नहीं है। वैसे तो content 100% original हो तो सबसे अच्छा होगा लेकिन फिर भी आपके ब्लॉग पोस्ट की सुधता कम से कम 90% होनी चाहिए तब जाकर उस post का गूगल में रैंक करने का चांस बनता है नहीं तो फिर कोई फायदा नहीं। ओरिजिनल ब्लॉग पोस्ट लिखते समय सही सब्दो को ही प्रयोग करें और उसका अर्थ भी सही और सटीक होना चाहिए जिससे blog पर आने वाले visitor को पढ़ने में कोई दिकत न हो या समझ में न आये। अगर बिना अर्थ के आप कोई content लिखते है तो सायद वो गूगल में रैंक हो जायेगा लेकिन वो जल्द ही आपके ब्लॉग से चला जायेगा जिससे आपके ब्लॉग का bounce rate बढ़ेगा तो रैंकिंग भी down हो जाएगी। इस लिए जो भी कंटेंट लिखे और ओरिजिनल लिखे और सही लिखे चाहे समय थोड़ा अधिक की लगे। 2. Blog Post के Meta Data को optimize करें। Meta Data में मुख्य रूप से तीन पॉइंट होते है जैसे Title, Description और Keywords, जिसको optimize किये बिना On-page का काम पूरा नहीं होता है। On Page SEO चेकर टूल्स से अपने साइट का SEO मिस्टेक चेक करें ताकि पता चले की आपने अपने साइट में SEO से जुडी हुई कौन कौन सी गलती किये हुए हैं। आइये अब ये जानते है की इसको optimize कैसे करते है। Title Tag को optimize करते समय अपने targeted keyword को पहले रखे उसके बाद सपोर्टेड वर्ड्स लिखे। जैसे आपका कीवर्ड है “ब्लॉग कैसे स्टार्ट करें” तो इसको ब्लॉग पोस्ट के टाइटल में दिए गए उदहारण के हिसाब से optimize कर सकते है। उदहारण : A) ब्लॉग को कैसे शुरू करें-Tips and Trick in Hindi (optimized) B) ब्लॉग स्टार्ट करने का Tips and Trick कैसे करें in Hindi (Not-optimized) अगर आपका एक से अधिक targeted keyword है तो दोनों को मिला कर एक Title बनाना होगा जो देखने में एक ही वाक्य लगे। इससे ये होगा की आपका title भी optimize हो जायेगा। Title Tag की लेंथ को हमेशा 55 से 65 character के बिच में ही लिखे ज्यादा लिखने पर ranking में दिकत हो सकती है। Description: Meta Tag के description में भी अपने 2 या 3 keywords को मिला कर पैराग्राफ लिख सकते है इसमें भी ये ध्यान रखना होगा की इसकी length 155 character ज्यादा नहीं होना चाहिए नहीं तो ये ऑप्टिमाइज़ meta नहीं कहलायेगा। Keywords: एक ब्लॉग पोस्ट में ज्यादा से ज्यादा 3 या 4 कीवर्ड ही टारगेट करें ज्यादा टारगेट करने पर ब्लॉग पोस्ट को रैंक करने में कठिनाई होती है। वैसे ब्लॉग पोस्ट के कीवर्ड सेक्शन में टार्गेटेड कीवर्ड्स को सीधे सब्दो में, उलटे सब्दो में, नकरात्मक और प्रवाची सब्दो को मिलकर भी लिख सकते है। keyword सेक्शन में character काउंट नहीं होता है … Read more

10 Effective Off-Page SEO Tips to Boost Ranking

off page seo technique

दोस्तों, अगर आपको अभी तक Off Page SEO Kya Hai और इसको सही तरीके से कैसे करते है या इसका technique kya hai, इसमें कौन कौन से activities करना परता है जिससे blog या website का रैंकिंग और ट्रैफिक बढे तो आप सही blog post पर आये है। यहाँ आपको off page SEO से जुडी हर वो tips and tricks की जानकारी मिलने वाली है जिसकी जरुरत एक beginners ब्लॉगर को अपने ब्लॉग को गूगल में रैंक करने के लिए चाहिए। अगर आप एक बिगिनर्स blogger है और चाहते है की सही तरीके से ऑफ पेज SEO यानी Search Engine Optimization कर के अपने ब्लॉग को Google में अच्छे रैंक पर rank कराये तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढियेगा और लगे की इससे और लोगो बताना चाहिए तो अपने जितने भी सोशल ग्रुप है उसमे इसको शेयर जरूर कीजियेगा। ये भी पढ़ें: Covid-19 Vaccination Certificate PDF कैसे Download करे? तो चलिए सबसे पहले ये जानते है की What is off page SEO in Hindi Off Page SEO क्या है ? | What is off page SEO techniques in Hindi Off Page SEO क्या है ? – Blog या Website बनने या ब्लॉग पोस्ट करने के बाद ऑफ पेज SEO techniques के माध्यम से दूसरे वेबसाइट या ब्लॉग से back-link बनाने की बिधि को off page SEO कहते है। जो की search engine में रैंकिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है इस बिधि से अपने ब्लॉग के domain authority बढ़ने में मदद मिलती है। Off Page SEO Meaning in Hindi : Off-Page SEO के जरिये अपने ब्लॉग पोस्ट के अनुकूल यानि targeted keywords से जो लोग ज्यादा गूगल पर खोजते है उससे प्रासंगिक वेब पेज में लिंक जोड़ते है जिससे सर्च इंजन में सबसे ऊपर के स्थान प्राप्त करने में मदद मिलती है। Free Domain + Hosting Off-Page SEO Activities क्या क्या हैं ? ऑफ-पेज activity में बहुत सारे काम आते है जिस तरह घर को खरा रखने में उसकी पिलर महत्वपूर्ण है उसी तरह blog या website को गूगल के सर्च पेज पर अच्छे position पर रैंक करने में off page SEO activities बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान निभाती है जिससे back-link बनती है। किसी भी सर्च इंजन में अपने blog को रैंक करने के लिए बैक-लिंक होना बहुत जरूर होता है। अब जानते है की ऑफ-पेज activities में कौन कौन से काम आती है। Off-Page SEO कैसे करें – जानिये 10 आसान Steps में 1. Search Engine Submission Blog या आर्टिकल Publish करने के बाद उसे सर्च इंजन submission साइट पर सबमिट करें। 2. Directory Submission अच्छे quality यानी high DA और PA वाले साइट पर off-page Directory Submission करें। 3. Bookmarking High PR वाले bookmarking साइट्स पर submit करे और क्वालिटी लिंक बनाये। 4. Blog Comment अपने blog के topic से मिलता जुलता ब्लॉग पर कमेंट करें। 5. Forum Submission बहुत ऐसे forum submission साइट्स है जहा पर questions सबमिशन कर के SEO back-link बना सकते हैं। 6. Question, Answering Site Submission Question एंड Answering साइट्स चुने और अपने content से रिलेटेड जबाब देते रहें और ट्रैफिक पाते रहें। 7. Press Release Submission Press Release submission site पर SEO optimize content सबमिट करे। 8. Guest Posting Guest Posting साइट्स पर SEO ऑप्टिमाइज़ content पब्लिश करें और do-follow back-link बनाये। 9. Social Networking Site Submission Social Networking Site पर ब्लॉग पोस्ट को share करते रहें क्यों की ये भी off page SEO का मुख्य भाग है 10. Article Submission ये सारे काम ब्लॉग या वेबसाइट के लिए बैक-लिंक बनाने में मददगार होती है। अगर ये सारे एक्टिविटीज अपने ब्लॉग के niche से मिलता जुलता साइट पर हो तो उससे और जल्दी अपने blog page या post को गूगल में रैंक करने में हेल्प मिलती है। तो आप जो भी off-page SEO activity करें तो ध्यान रखे की अपने ब्लॉग या वेबसाइट से मिलता जुलता theme या topic होना चाहिए। Off Page SEO कैसे करें – समझे आसान भाषा में Off Page SEO कैसे करें – अच्छे क्वालिटी का Off-Page SEO करने के लिए ऊपर गए टॉप 10 काम तो करना ही परता है लेकिन तत्कालीन कुछ काम ऐसे होते है जिसे करते ही आपके ब्लॉग पोस्ट जल्दी Google में Index हो जाता है जैसे ऑफ पेज SEO का पहला काम होता है की जैसे ही आपकी ब्लॉग की पोस्ट publish हो उसके बाद उसके लिंक को free search engine submission साइट में सबमिट कर देना चाहिए उसके बाद अपने Social networking sites पर शेयर करें। इसके बाद अपने पोस्ट से सम्बंधित सवाल Quora.com पर खोज कर उसका जबाब दे और जबाब में अपने पोस्ट का लिंक targeted keyword पर लिंक करें ताकि उससे आपके पोस्ट पर ट्रैफिक आना शुरू हो जाए। इसके बाद बाकी कामो द्वारा बैक लिंक बनाने पर ध्यान दे। 1. Search Engine Submission Search Engine Submission: जब आप अपना blog या आर्टिकल publish करने के बाद जो लिंक बनता है उस लिंक को मौजूदा सर्च इंजन submission साइट पर सबमिट किया जाता है ताकि वो जल्द जल्द बैक-लोक बने और गूगल का crawler उसे पढ़ कर अपने सच पेज पर इंडेक्स कर ले, जब अपने ब्लॉग पर किया गया पोस्ट गूगल में index हो जाए तब उस URL का हाइपर लिंक बना कर blog commenting और गेस्ट पोस्टिंग में इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनेट पर बहुत सारे high PR Search Engine Submission Sites उपलब्ध है जिसपर आप अपने ब्लॉग पोस्ट के URL को submit कर सकते है। ज्यादा नहीं, कम से कम 20 या 25 साइट पर भी सबमिट कर देंगे तो भी काम हो जायेगा। अगर आप चाहे तो निचे दिए गए लिंक से best quality का high PR Search Engine Submission Sites list डाउनलोड कर सकते है। Download High PR Search Engine Submission Sites list 2. Directory Submission Directory Submission – जब हम अच्छे quality यानी high DA और PA वाले साइट पर अपने वेब पेज के URL को submit करते है तो गूगल इस लिंक को अच्छा मानते हुए अपने सर्च पेज position में बढ़ोतरी करता है। इसलिए कभी भी low quality directory साइट पर अपने ब्लॉग पोस्ट के URL को सबमिट नहीं करना चाहिए चाहे कितना भी टाइम लगे High … Read more

What is Bounce Rate? Exploring Its Significance in Website Analytics

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What is Bounce Rate Meaning? Why its need to minimize for your website growth? अगर आप न्यू ब्लॉगर है या ब्लॉग्गिंग छेत्र में है तो Bounce Rate या Exit Rate जैसे सब्दो से जरुर रुवरु होना पड़ेगा क्योकि इसी से पता चलता है की आपकी ब्लॉग्गिंग क्वालिटी कैसी है। इसके लिए सबसे पहले आपको दो टॉपिक पर गहन अध्यन करना चाहिए। एक की यूजर फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखें? और दूसरा की Bounce Rate का meaning क्या है और exit rate को अपने site के लिए कैसे कम करें?   आज के इस पोस्ट में बाउंस रेट से जुड़े हुए सभी important टॉपिक के बारे में आपको complete डिटेल्स मिलेगी जैसे: Bounce Rate या Exit Rate क्या है?, इसका meaning in Hindi, साईट का बाउंस रेट ज्यादा से ज्यादा कितना होना चाहिए?, वेबसाइट के लिए Good और Bad बाउंस रेट क्या है?, Bounce Rate को कैसे कम करें? इस तरह के तमाम सवालों के जबाब सहित पुरे व्याख्या करते हुए आपको full डिटेल्स देने वाला हूँ ताकि आपके मन में कोई भी डाउट न रहें।   अगर आप इसके बारे में complete इनफार्मेशन लेना चाहते है तो कृप्या कर के इस पोस्ट पूरा पढ़ें और कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करें।   तो चलिए सबसे पहले जानते है की:   Bounce Rate क्या है ? (What is Bounce Rate Meaning in Hindi) जब कोई visitor आपके site पर आता है और किसी दुसरे page पर बिना विजिट किये ही आपके site से वापस चला जाता है या 1 मिनट से कम रुकता है तो वैसे visitor के percentage को bounce rate कहा जाता है।   Bounce Rate कितना होना फायदेमंद होता है?   अगर यहाँ तक आपने ठीक से पढ़ लिए है तो इससे इतना तो जरुर मालूम हो गया होगा की bounce rate क्या है। यहाँ से आप जानेंगे की site का exit rate कितना हो तो सही है और कितना होने पर नुकसान दायक होता है।   मैंने इन्टरनेट के माध्यम से इसके बारे में कुछ data एकत्रित किये जिसके जरिये आपको समझाने की कोशिस करता हूँ। इसको सही से समझने के लिए इसे चार भागो बाटा गया है।   इसे ठीक रूप से समझने के लिए मैंने इसे चार हिस्सों में बाँट दिया है।   1% से 10% 10% से 40% 40% से 70% 70% से ज्यादा अगर कोई वेबसाइट की बाउंस रेट 1% से 10% के बिच में आता है तो उसे सक्सेसफुल वेबसाइट के category में लिस्ट किया जाता है। वही कोई वेबसाइट 10% से 40% के बिच में आती है तो Good वेबसाइट के category में रखा जाता है।   अगर तीसरी पॉइंट की बात करे तो जो site 40% से 70% के बिच में आती है तो उसे जनरल category में रखा जाता है जिसकी क्वालिटी ऊपर के दो तरह के site से कम होता है। वैसे ज्यदातर website 75% से 80% के category में ही आती है। जिसको सर्च इंजन में rank करने में बहुत दिकत होती है।   कही आपकी गलतफहमी ये तो नहीं की सभी site की बाउंस रेट एक जैसी ही होती है तो ऐसा नहीं है। अलग अलग niche के site की बाउंस रेट अलग अलग होती है जिसके बारे में निचे कुछ डिटेल्स दिए गए है जिसके माध्यम से आपको समझने में आसानी होगी.   Content वाली websites – 40-60% Lead generate करने वाली websites – 30-50% Blogs Site – 70-98% Retail business करने वाली sites – 20-40% Services Provide Websites – 10-30% Landing Pages – 70-90% आइये अब जानते है की आखिर क्या कारण होता है जिससे site की bounce rate बढ़ जाती है।   Website पर बाउंस रेट क्यो बढ़ता है ? – Why bounce rate increase on your site? वेबसाइट पर बाउंस रेट तब बढ़ता है जब आपके site पर content की क्वालिटी बहुत ही पुअर होती है या तो वो content, SEO और user फ्रेंडली नहीं होते या वो visitor के प्रॉब्लम को solve नहीं करता हो तो इस कारण से website पर bounce rate बढ़ जाता है।   इसलिए जब भी कोई ब्लॉग पोस्ट publish करें तो इस बात का जरुर ख्याल रखे की आपका content प्रॉब्लम को solve करने वाला और user फ्रेंडली होना चाहिए।   इसको समझने के लिए आप ये टॉपिक को पढ़ सकते है:   SEO फ्रेंडली और user फ्रेंडली content कैसे लिखें ?   13 चीजे जिससे आपके site का बाउंस रेट बढ़ता है।   Site की loading speed अधिक है तो। एक ही page का site है तो। Meta Title और डिस्क्रिप्शन गलत है तो। साईट पर Content की कमी है तो। Blank Page या Technical Error है तो। ख़राब Internal लिंक है तो। Low Quality कंटेंट है तो। खराब या अप्रिय user experience है तो। Page मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो। Website की डिजाईन अच्छी नहीं है तो। Search intent के हिसाब से content नहीं है तो। Easy to Read article नहीं है तो। User से ज्यादा डिटेल्स की मांग हो रही है तो। ऊपर दिए गए 13 पॉइंट के बारे में आपको ध्यान रखने की जरुरत है, अगर आपकी site की रैंकिंग या ट्रैफिक कम है या नहीं बढ़ रही है तो।   Bounce Rate को कैसे कम करें? – जानिये 10 आसान Steps में bounce rate ko kaise kam karen यहाँ तक आपको दो चीज जरुर confirm हो गया होगा की बाउंस रेट क्या है और किन कारणों से हमारे site की बाउंस रेट बढती है।   फिर भी आपको घबराने की जरुरत नहीं क्योकि अब इसका फाइनल solution यानी इसको आप कैसे कम कर सकते है इसके बारे में complete जानकारी आपके साथ share कर रहा हूँ।   इस पुरे लेख में अगर इसको अच्छे से समझ गए और सिर्फ इसको अपने site पर implement कर दिए तो निश्चित ही आपकी site धीरे धीरे पहले category (1% से 10%) के बिच में आ जाएगी।   1. Site की loading speed को सही करें Google वैसे site को कभी value नहीं देता जिसकी loading speed उसके पैरामीटर के हिसाब से नहीं होती। अगर आपकी site खुलने में 3 सेकंड से ज्यादा time लेती है तो यह SEO के हिसाब … Read more

What is Sales Funnel in Hindi, Definition and Meaning

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आज के डिजिटल वर्ल्ड में मार्केटिंग करना बहुत ही आसान है, हाँ यहाँ भी कम्पटीशन को फेस करना परता है लेकिन आज के डेट में बहुत सारे टूल्स एंड टेक्निक है जिससे हम अपना कस्टमर बनाते है उन में से एक टेक्निक Sales Funnel के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों, आज के इस पोस्ट में हम डिटेल्स में जानएंगे की Sales Funnel क्या है, ये कैसे काम करता है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जाता है।   आज के समय में बिना सेल्स फनेल के आप अपने कस्टमर के बारे में नहीं जान सकते की उन्हें क्या चाहिए। Sales Funnel आपके ग्राहक के इंटरेस्ट, उनके ऑनलाइन शॉपिंग बेवहार और उनके खरीदारी करने के फैसला लेने के बारे में जानकारी रखने में काफी मददगार साबित होता है। तो आइये सबसे पहले जानते है की Sales Funnel क्या है – What is Sales Funnel in Hindi Free Domain + Hosting Sales Funnel क्या है? – Definition and Meaning in Hindi. Sales Funnel ऑनलाइन सेल का एक प्रोसेस है जिससे हो कर ग्राहक किसी कंपनी का कोई product खरीदता है इसे समझने के लिए एक उदहारण के माध्यम से समझ सकते है जैसे की आप अपने जरुरत के हिसाब से Google में किसी प्रोडक्ट के बारे में सर्च करते है और किसी संभावित वेबसाइट पर पहुंचते है वहा उस प्रोडक्ट के बारे में डिटेल्स जानते है और पसंद आने के बाद अपना डिटेल्स जैसे ईमेल आईडी और फ़ोन नंबर डाल कर पेमेंट प्रक्रिया को पूरा कर के आर्डर फाइनल कर देते है तो इस प्रक्रिया को Sales Funnel कहते है और इसका का Meanings यही होता है।   Sales Funnel के 4 बेसिक स्टेज होते है जिससे हम अपने ग्राहक के बारे में जानते है। Awareness – जागरूकता Interest – रूचि Decision – फैसला Action – कार्य तो आइये समझते है Sales Funnel के चारो स्टेज के बारे में:- जब हमारा ग्राहक पहली बार हमारे बिज़नेस, प्रोडक्ट्स या सर्विसेज के बारे में किसी विज्ञापन या वेबसाइट जरिये जानता है और खरीदारी के अंतिम चरण तक पहुँचता है तो वह सेल्स फनेल के चारो स्टेज से ही हो कर गुजरता है।   सेल्स फनेल का यह यात्रा हर ग्राहक के लिए अलग भी हो सकता है जो हमारे बिज़नेस नीच के अनुसार हो सकता है जिसमे ये निर्भर करता है की हम कौन सा प्रोडक्ट या सर्विस बेच रहे है या हमारे बेचने के तरीके पर निर्भर करता है।   अब उदाहरण के लिए मान लीजिये की आप कपड़े का ऑनलाइन बिज़नेस करते है तो विज्ञापन के जरिये आप अपने ग्राहक को अपने कलेक्शन के बारे में बताएँगे, उसके बाद उनका रूचि जानयेंगे और अगर वो अपना डिटेल्स फॉर्म के जरिये आपको देते है तो ये उनका फैसला हुआ उसके बाद उनको अच्छा अच्छा ऑफर दे कर उनसे अंतिम चरण वाला एक्शन करवा सकते है और अगर वो पेमेंट कर के खरीदारी कर लेते है तो आपके फनेल का चारो स्टेज वो पूरा कर लेते है और आपका एक सेल्स काउंट हो जाता है।   इसके जो चार मुख्य स्टेज होते है उस पर आपको समझदारी से ध्यान देना होगा। sales funnel stage Image source: mailmunch.com 1. Awareness – जागरूकता   इस स्टेज में हम हमारे कमपनी के प्रोडक्ट, टूल्स या सर्विसेज के बारे में जागरूक करते है की हमारा प्रोडक्ट या सर्विस कैसे आपके काम आ सकता है ये आपके लिए मददगार है की नहीं। ये वैसे तो सब के ऊपर लागू नहीं होगा लेकिन जिसके लिए ये है वो जरूर जानयेगे।   और वो जानयेंगे कैसे जब वो किसी विज्ञापन, गूगल सर्च या किसी सोशल वेबसाइट के माध्यम से हमारे वेबसाइट पर आएंगे। अगर आगये तो हम समझ जायेंगे की वो इसके बारे में जागरूक है। और हमारा पहला चरण पूरा हो जाता है।   2. Interest – रूचि जब कोई विजिटर हमारे प्रोडक्ट या सर्विस को सोशल साइट पर लिखे करता है और वो हमारे वेबसाइट पर उसके बारे में डिटेल्स जानने के लिए आता है तो हम समझ जाते है की वो हमारे प्रोडक्ट के बारे में रूचि रखते है।   जब हमारा बिज़नेस थोड़ा पुराना हो जाता है तो बहुत सारे रिटर्निंग विजिटर भी हमारे प्लेटफार्म पर डायरेक्ट आते है। रिटर्निंग विजिटर के बारे में या वेबसाइट के पुरे ट्रैफिक के बारे में हम गूगल एनालिटिक्स में आसानी से जान लेते है।   3. Decision – फैसला इस स्टेज ग्राहक आपका प्रोडक्ट या सर्विस लेने का मन यानी फैसला बना चूका होता है। अब यहां पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की बात है की हम हमारे ग्राहक के हिसाब से ही अलग अलग प्रोडक्ट और सर्विस का ऑफर उनके सामने रखे ताकि वो अपने फैसले पर खरा उतरे या हम उनको आकर्षित कर पाए। Free Domain + Hosting जब आपका ऑफर उनके बजट के हिसाब से मिलता है तो वो अगला और फाइनल स्टेज में पहुंच जाते है।   4. Action – कार्य इस स्टेज आपका ग्राहक जागरूक भी है, फैसला भी ले चूका है, अब एक्शन यानी पेमेंट करने को तैयार है।   जब वो पेमेंट करके आपका प्रोडक्ट या सर्विस खुशी खुशी ले लेता है तो वो आपके sales funnel के चारो स्टेज को पार कर लेता है।   अब लास्ट में एक और अडिशनल स्टेज होता है जिसको हम customer care बोलते है।   अब आपके पास अपना ग्राहक है अब उनको खुश रखना आपकी जिम्मेदारी बनती है और उनको रिपीट कस्टमर कैसे बनाये। इसके लिए आप उनको बढ़िया बढ़िया ऑफर मैसेज या ईमेल के माध्यम से भेज सकते है। उनको हमेसा अपने प्रोडक्ट के ऑफर के बारे में जानकारी देते रहना होगा या उनको अपने साथ एंगेज रखने के लिए अलग अलग तरह के एक्टिविटी कर सकते है जैसे कोई सुर्वे या रिव्यु करा के फ्री गिफ्ट दे सकते है।   इससे ये होगा की आपका कस्टमर आपसे हमेसा जुड़ा रहेगा और आपके अगले ऑफर का भी इंतजार कर सकता है। अगर आप इस तरह के ग्राहक बनाने में सफल हो जाते है तो आप अपने मौजूदा ग्राहक से ही बहुत रेवेनुए जेनेरेट कर सकते है।   Sales Funnel के सबसे बेहतरीन tools कौन है? Click Funnel , sales funnel के लिए … Read more

Improve the Ranking of Old Blog Content through Optimization Techniques

enhance old blog post for high ranking

Enhance existing Blog Content for Improved Ranking Performance.   दोस्तों, बहुत सारे Blogger है जो अपना Blog अपने जारकारी के अनुसार बना तो लिए है लेकिन उनका ब्लॉग search engine में न ही अच्छे से rank कर पाती है और न ही वो उससे कोई अर्निंग कर पाते है वैसे तो इसके बहुत से कारण होते है लेकिन उनमे से एक कारण ये भी है की वो अपने blog को time to time अपडेट नहीं करते इसका कारण कुछ भी हो सकता है ब्लॉग के साथ साथ blog post को भी regular update करना बहुत जरुरी है।   अब सवाल ये आता है की अपने Blog Post को update कैसे करे या up to date कैसे रखे? (how to update old blog post in Hindi)   लेकिन अपने पास अभी दो सवाल है एक ये की blog के पुराने post को अपडेट कैसे करें और दूसरा सवाल ये की अपने पुरे ब्लॉग को update कैसे रखे ताकि अच्छी ट्रैफिक भी आये और अच्छी सी कमाई भी हो।   ये भी पढ़ें: Covid-19 Vaccination Certificate PDF कैसे Download करे?   तो चलिए सबसे पहले ये जानते है की अपने blog के पुराने post या content को update कैसे करें?   वैसे तो बाहर सारे तरीके है जिससे blogger अपने ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करते है लेकिन मेरे अनुभव के हिसाब से आज मै उन में से जो सबसे best और easy way तरीके है उसे बताने जा रहा हूँ।   तो अगर आप एक अच्छे blogger बनना चाहते है तो इसे पूरा पढ़िएगा तभी आपको अच्छे से समझ में आएगा की पुराने ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करके ब्लॉग पर ट्रैफिक लाने का क्या खेल है, तो चलिए सुरु करते है निचे Top 10 तरीके दिए गए है जिससे अपने purane blog post को update कर सकते हैं। अब सवाल नंबर 1 से।   Old Blog Content को कैसे Update करें ? – How To Update Old Content in Hindi how to update old content in hindi 1. Title को छोटा लिखे जो आसानी से समझ में आ जाय।   गूगल अल्गोरिथम के अनुसार Blog Post का Title 60 कैरेक्टर से जयादा नहीं होना चाहिए, इसलिए टाइटल को जब भी लिखे तो ऐसा लिखे की टाइटल छोटा भी हो और उसे पढ़ने के बाद ये समझ में आ जाये की blog post किस बारे में है।   सबसे अच्छा ये है की टाइटल में single keyword इस्तेमाल करें इससे टाइटल अपने आप छोटा हो जायेगा। Single Keyword इस्तेमाल करने से ये फायदा होता है की उसका back link बनाने में आसान होता है हमें सिर्फ एक ही कीवर्ड को लेकर उसका प्रमोशन करना होता है।   जब हम सिंगल कीवर्ड वाला टाइटल लिखते है तो इसे Google में रैंक करने में भी आसानी होती है और हम अपने कॉम्पिटिटर को भी compete कर सकते हैं। ब्लॉग post का title ऐसा होना चाहिए जैसे की film का नाम से नहीं पूरी फिल्म देखने के बाद पता चले की कहानी क्या है।   ये पढ़ें:- बेहतरीन Title Generator Tools कौन कौन से है।   2. Deep Color Image or Thumbnail लगाये।   अपने ब्लॉग पोस्ट में जो हम image लगाते है और जिसका thumbnail बनता है वो कम से कम HD क्वालिटी का होना चाहिए और उसका color डीप होना चाहिए ताकि जब visitor blog पर आये तो उसपर क्लिक जरूर करें और ब्लॉग पोस्ट को पढ़े।   जैसे हम कोई इमेज या photo देखते है तो उसे अपने इस्तेमाल में लाने के लिए download जरूर करते है क्यों की वो हमें ऐसे attract करता है की हम उसे download किये बिना नहीं रहते।   एक सावधानी और भी बरते किसी दूसरे ब्लॉग से कोई image लेकर अपने ब्लॉग पर ना लगाए नहीं तो copy write claim हो सकता है और Google भी आपके साइट को penalize कर सकता है।   इससे अच्छा है की बहुत सारे creative common license free या royalty फ्री वेबसाइट मौजूद है जहा से आप HD image download कर के अपने ब्लॉग पर इस्तेमाल कर सकते है जैसे की example के लिए suttor stock, और भी।   3. Post को Current Information के साथ Update करे।   हर समय परतेक छेत्र में कुछ ना कुछ बदलाव जरूर होते रहता है उसी तरह अपने ब्लॉग पोस्ट को भी समय के साथ current information से अपडेट करते रहना चाहिए।   Google हर समय अपने अल्गोरिथम में कोई ना कोई update करता है उसके अनुसार अगर अपने ब्लॉग पोस्ट को अपडेट नहीं करेंगे तो रैंकिंग पर असर पर सकता है।   डिजिटल छेत्र में अगर आप अपडेट नहीं रहेंगे तो आपका कॉम्पिटिटर आपको पीछे कर सकता है और अपने ब्लॉग से जो पैसे कमाने का आपका goal होगा वो समाये से पूरा नहीं हो सकता है।   Blog Post को Current Information के साथ update करना इसलिए भी जरुरी है ताकि Google में ranking बनी रहे या ranking ऊपर बढ़ें।   4. Paragraphs को 2 या 3 लाइन में ही लिखे।   Paragraphs को छोटा यानि 2 या 3 लाइन में ही लिखना चाहिए क्यों की आप खुद सोच सकते है की ज्यादा बड़ा या लेंदी paragraphs पढ़ना अच्छा लगता है या छोटा पैराग्राफ्स पढ़ने में आसानी होती है जैसे इस पोस्ट में लिखा गया है।   बहुत सारे ब्लॉगर है जो इस content writing formula का उपयोग करके अपने ब्लॉग का readability को बढ़ाया है छोटा paragraph होने से visitor को ब्लॉग पोस्ट scan करने में दिकत नहीं होती है और एक बात user कभी कंटेंट को पढ़ने में बोड़ नहीं होता है।   Paragraph writing एक skill भी होता है जिसकी digital world में बहुत डिमांड है अगर आप पैराग्राफ लेखन में एक्सपर्ट बन गए तो एक अच्छी earning कर सकते हैं।   पैराग्राफ राइटिंग से जुडी हुई कुछ सवाल जो आपको और मदद कर सकती है इसे जरूर पढ़ें।   Paragraphs राइटिंग के आसान तरीके क्या है। Paragraphs writing के रहस्य क्या हैं। एक perfect paragraph कैसे लिखें।   वैसे तो इससे जुड़ी हुई बहुत सारे सवाल है लेकिन फ़िलहाल हमलोग इतना समझे की blog पोस्ट का पैराग्राफ short, simple, scanable, और अच्छी readability के साथ होना चाहिए। … Read more

What is Niche Blogging? Expert Strategies for Beginner

what is niche blogging

Learn the Art of Niche Blogging: How to Stand Out in a Saturated Market हेलो दोस्तों, niche blogging से जुड़ा हुआ बहुत से सवाल है जैसे की niche blogging का (मतलब) meaning kya hai hindi me, इसके लिए क्या kya chahiye और क्या jaruri hai, best niches ब्लॉग idea and list for ब्लॉग्गिंग in hindi, top blog writing example in हिंदी जिसका सही जानकारी के लिए अभी भी बहुत search हो रहा है। इसका मतलब है की niche blogging के बारे में सही जानकारी full detail हिंदी में इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है। दोस्तों, इस ब्लॉग पोस्ट में आप ऊपर दिए गए सभी सवालो का जबाब पुरे डिटेल्स में जनेयेंगे, क्यों की मैंने भी बहुत सारे ब्लॉग पोस्ट को review किया है और बहुत सारे कमेंट को पढ़ने बाद एनालिसिस कर के top blog niche idea for beginner और list के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ ताकि आप लोग अपना blog start करे और एक अच्छी income generate कर सके।   Niche ब्लॉग्गिंग से Online Paise Kaise कमाए से जुड़ी हुई सवालो के सही जबाब पाने के लिए आप हमारे whats app ग्रुप और Facebook Group को Join कर सकते है।   सबसे पहले ये जानते है की   Niche Blogging क्या है ? और इसका Meaning क्या होता हैं किसी special topic या single category के ऊपर किया गया blogging करना niche blogging कहलाता है। Example – अगर आप आपका ब्लॉग पर सिर्फ mobile के बारे में review करते है तो उस ब्लॉग का niche, mobile blogging होगा, और यदि आप health product के बारे में blogging करते है तो आपके ब्लॉग का niche, health होगा। वैसे ही अगर अपने ब्लॉग पर travel के बारे में कंटेंट लिखते है तो आपके ब्लॉग का निच travel होगा।   Niche Blogging कैसे करना चाहिए ? How to do Niche Blogging in Hindi.   अगर आपका knowledge और interest किसी खास special category के बारे है तो आप उसके ऊपर नीच ब्लॉग्गिंग कर सकते है उसके लिए सबसे पहले थोड़ा research करना होगा की उसके बारे में लोग internet पर सर्च करते भी है या नहीं वोइसे तो ऐसा कोई भी topic नहीं है जिस पर online search नहीं होता है तो अपने niche से related वैसे keyword सर्च करले और उसी के ऊपर कंटेंट लिखना सुरु करें।   ये जरूर पढ़ें:   Niche Blogging के लिए keyword research कैसे करें।   अपने Niche Blog का On-Page SEO Setting कैसे करें?   अपने Niche Blog पर ज्यादा traffic कैसे लाएं?   Niche Blogging के लिए Free Domain और Unlimited Hosting यहाँ से लें   Single Niche Blog के क्या फायदे है   अगर आप सिर्फ किसी एक category के ऊपर ब्लॉग्गिंग करते है तो आपके ब्लॉग पर सिर्फ target traffic ही आएगा, हो सकता है। ट्रैफिक थोड़ा कम होगा लेकिन जो भी visitor होगा वो आपके ब्लॉग पर रुकेगा और अपने question से रिलेटेड आंसर पायेगा और आपके ब्लॉग को Like भी करेगा और अपने group me शेयर भी करेगा जिससे आपके ब्लॉग का branding अच्छे से होगा।   Single Niche Blogging के क्या नुकसान हो सकता है ?   Single Niche Blogging के नुकसान ये हो सकता है की जब आप किसी एक केटेगरी के ऊपर कंटेंट लिखेंगे तो एक समाये ऐसा आ सकता ही की उस टॉपिक के लिए कंटेंट लिखना मुश्किल हो जायेगा और ज्यादा कंटेंट नहीं लिख पाएंगे।   अपने Blog से जो income generate करने का टारगेट होगा वो नहीं हो सकेगा और एक सिमित इनकम होगा इससे अच्छा है की micro niche चूज करे और उसमे multi या micro niche blogging करें।   ये जरूर पढ़े:   Multi Niche Blogging कैसे करे और इससे ज्यादा Income के लिए क्या करें।   आपको ये जानकारी कैसी लगी इससे आपके सवालों के जबाब मिला की नहीं या niche blogging से जुड़ी जो डाउट था वो सोल्व हुआ की नहीं comment box में लिख कर जरूर बताये।   हम अपने तरफ से आपका help करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है बिना झिझक अपना सवाल कमेंट में लिखे लेकिन सिर्फ सवाल अपने तरफ से कोई लिंक इंसर्ट करके प्रमोशन नहीं करें अगर आप ऐसा करते है तो आपका कमेंट डिलीट भी हो सकता है।   मुझे पूरी उम्मीद है की ये ब्लॉग पोस्ट आपके लिए फायदेमंद साबित हुआ होगा मेरे इस ब्लॉग पर विजिट कर के ब्लॉग को ध्यान पूर्वक पढ़ने के लिए धन्यवाद्।   ये भी पढ़ें –   Money Making ब्लॉग कैसे Start करें? viral ब्लॉग Post कैसे लिखें? ब्लॉग पोस्ट को optimize कैसे करें? ब्लॉग पर organic traffic कैसे बढ़ाये? सेल्स funnel क्या है? SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें? Local SEO से अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक कैसे बढ़ाएं? Guest Blogging क्या है? इससे अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक कैसे लाएं? Search Intent क्या है? यह SEO के क्यों जरुरी है? On Page SEO का technique क्या है? Off Page SEO करने का सही तरीका क्या है? एफिलिएट marketing क्या है इसे कैसे शुरू करें? New Blogger के लिए Best blogging Platform कौन कौन से है?